हरियाणा में परिवहन मंत्री का बड़ा आदेश: सभी बसों को बस स्टैंड में प्रवेश करना अनिवार्य
Haryana Darshan: विज का सख्त फैसला हरियाणा में परिवहन और ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने एक बड़ा कदम उठाते हुए राज्य में सभी रोडवेज बसों को बस स्टैंड के अंदर लाने के सख्त निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि बसों का बस स्टैंड के अंदर प्रवेश सुनिश्चित करने से सड़क सुरक्षा और यातायात व्यवस्था में सुधार होगा।
बस स्टैंड से बाहर बसें खड़ी मिलीं तो होगी कार्रवाई 🚓
मंत्री विज ने अपने आदेश में स्पष्ट किया, “मैंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे बस स्टैंड का निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बस बाइपास या हाईवे से न निकले। बस स्टैंड के बाहर खड़ी बसों को पुलिस थाने ले जाया जाएगा।”
इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए उठाया गया है। हाईवे या बाइपास से बसों का संचालन कई बार दुर्घटनाओं का कारण बनता है।
कैथल हादसे पर सख्त रुख 🚫
10 जनवरी को कैथल में आयोजित कष्ट निवारण समिति की बैठक के दौरान परिवहन मंत्री ने एक बड़े हादसे का जिक्र करते हुए एएसआई सुखदेव सिंह को निलंबित करने के आदेश दिए। 8 साल के एक बच्चे की बस दुर्घटना में मौत के मामले में लापरवाही बरतने के आरोपों के कारण यह कदम उठाया गया।
परिवार ने प्राइवेट स्कूल और पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया था। मंत्री विज ने पुलिस विभाग को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए।
आदेश लागू करने के लिए त्वरित कदम 🔧
मंत्री विज ने सभी बस स्टैंडों पर निरीक्षण अभियान चलाने का निर्देश दिया है। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की लापरवाही पर जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आदेश का उद्देश्य | प्रभाव |
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यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करना | दुर्घटनाओं में कमी |
बस संचालन में सुधार | यात्रियों की सुविधा में वृद्धि |
अव्यवस्थित यातायात पर नियंत्रण | हाईवे पर जोखिम कम करना |
हरियाणा रोडवेज: एक नई शुरुआत 🌟
इस फैसले के बाद उम्मीद है कि हरियाणा रोडवेज की कार्यप्रणाली में सकारात्मक बदलाव आएंगे। अधिकारियों और ड्राइवरों को सख्ती से नियमों का पालन करना होगा। यह कदम राज्य के यातायात प्रबंधन को बेहतर बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।